
यूहन्ना 3:1-7
फरीसियों में से नीकुदेमुस नाम एक मनुष्य था, जो यहूदियों का सरदार था। उस ने रात को यीशु के पास आकर उस से कहा, हे रब्बी, हम जानते हैं, कि तू परमेश्वर की आरे से गुरू हो कर अया है; क्योंकि कोई इन चिन्हों को जो तू दिखाता है, यदि परमेश्वर उसके साथ न हो, तो नहीं दिखा सकता। यीशु ने उस को उत्तर दिया; कि मैं तुझ से सच सच कहता हूं, यदि कोई नये सिरे से न जन्में तो परमेश्वर का राज्य देख नहीं सकता। नीकुदेमुस ने उस से कहा, मनुष्य जब बूढ़ा हो गया, तो क्योंकर जन्म ले सकता है? यीशु ने उत्तर दिया, कि मैं तुझ से सच सच कहता हूं; जब तक कोई मनुष्य जल और आत्मा से न जन्मे तो वह परमेश्वर के राज्य में प्रवेश नहीं कर सकता। क्योंकि जो शरीर से जन्मा है, वह शरीर है; और जो आत्मा से जन्मा है, वह आत्मा है। अचम्भा न कर, कि मैं ने तुझ से कहा; कि तुम्हें नये सिरे से जन्म लेना अवश्य है।
तुम्हें नये सिरे से जन्म लेना अवश्य है। ये येशु मसीह के शब्द हैं। नया जन्म आपके जीवन का सबसे बड़ा चमत्कार है। परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करने का एकमात्र तरीका नया जन्म है।
इससे हमें यह समझने में मदद मिलती है कि क्यों मसीहत धर्म नहीं है। यह दुनिया के अन्य प्रमुख धर्मों की तरह क्या करें और क्या न करें के नियमो का संग्रह नहीं है। जैसा कि आप नए जन्म का अर्थ समजेंगे और इसकी आवश्यकता क्यों है जानेगे तो आप धर्म की व्यर्थता को समझने में सक्षम होंगे।
नया जन्म क्या है?
रोमियों 10:9
कि यदि तू अपने मुँह से यीशु को प्रभु जानकर अंगीकार करे, और अपने मन से विश्वास करे कि परमेश्वर ने उसे मरे हुओं में से जिलाया, तो तू निश्चय उद्धार पाएगा।
जब आपने अपने मुँह से यीशु को प्रभु माना और अपनी आत्मा में विश्वास किया कि परमेश्वर ने उसे मरे हुओं में से जिलाया, तो आपका नया जन्म हुआ। जब आपने उस वचन पर विश्वास किया जो आपसे बोला गया था, तो पवित्र आत्मा ने आपकी आत्मा को पुनर्निर्मित किया और उसे एक नया प्राणी बना दिया। याद रखें, आप एक आत्मा हैं, आपके पास एक प्राण है और आप एक मानव शरीर में रहते हैं।
नया जन्म पवित्र आत्मा द्वारा आपकी आत्मा का पुन: सृजन है जब आपने परमेश्वर के उद्धार के वचन पर विश्वास किया और उसे ग्रहण किया। ध्यान दें, पवित्र आत्मा ने आपकी आत्मा की मरम्मत, संशोधित, या सुधार नहीं किया। उसने तुम्हें कोई नया धर्म नहीं दिया। उसने आपकी आत्मा को पुनर्निर्मित किया। उसने कुछ ऐसा बनाया जो पहले कभी अस्तित्व में नहीं था। उसने एक नई प्रजाति बनाई। हमारे पास मनुष्य प्रकार, पशु प्रकार, पक्षी प्रकार और मछली प्रकार है। हालाँकि, एक और प्रजाति है, यह नई सृष्टि है।
इसलिए जब यीशु नीकुदेमुस से नए जन्म के बारे में बात कर रहे थे, तो वह भौतिक जन्म के बारे में बात नहीं कर रहे थे बल्कि वह आत्मिक जन्म के बारे में बात कर रहे थे। निकुदेमुस, आत्मिक वास्तविकताओं से अनजान होने के कारण, इस बात पर ध्यान केंद्रित करता था कि आप शारीरिक रूप से नया जन्म कैसे प्राप्त कर सकते हैं।
नया जन्म क्यों?
उत्पत्ति 2:16-17
और यहोवा परमेश्वर ने आदम* को यह आज्ञा दी, “तू वाटिका के सब वृक्षों का फल बिना खटके खा सकता है; पर भले या बुरे के ज्ञान का जो वृक्ष है, उसका फल तू कभी न खाना : क्योंकि जिस दिन तू उसका फल खाएगा उसी दिन अवश्य मर जाएगा।”
परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करने के लिए हमें नए सिरे से जन्म लेने की आवश्यकता क्यों है? हमारी आत्माओं को फिर से पुनर्निर्मित क्यों होना चाहिए? यह सब की शुरुवात अदन की वाटिका में हुई है। यहोवा ने आदम को भले और बुरे के ज्ञान के वृक्ष का फल न खाने की आज्ञा दी। परन्तु हम जानते हैं कि क्या हुआ, शैतान ने हव्वा को धोखा दिया और आदम और हव्वा दोनों ने वर्जित फल खा लिया। जिस क्षण आदम ने फल खाया, उनकी आंखें खुल गईं और उन्हें पता चला कि वे नग्न हैं। उन्हें पता था कि उन्होंने कुछ खो दिया है।
जब दिन की ठंडे समय में परमेश्वर उनसे मिलने आए, तो आदम और हव्वा परमेश्वर से दूर भाग गए और स्वयं को वाटिका के वृक्षों के बीच छिपा लिया। मानव जाति को परमेश्वर के स्वरूप और समानता में बनाया गया था। आदम के पास परमेश्वर का स्वरूप था और वह परमेश्वर के समान था। जब उसने यह बड़ा राज – द्रोह किया, तो उसने परमेश्वर की छवि और समानता को खो दिया और इसलिए उसने परमेश्वर के साथ संगति रखने की काबिलीयत को खो दी।
रोमियों 5:19
क्योंकि जैसा एक मनुष्य के आज्ञा न मानने से बहुत लोग पापी ठहरे, वैसे ही एक मनुष्य के आज्ञा मानने से बहुत लोग धर्मी ठहरेंगे।
अपनी आज्ञा उल्लंघन के द्वारा, उसने अपनी आत्मा में शैतान के स्वभाव को ग्रहण किया। जब आदम ने दुष्ट स्वभाव प्राप्त किया, तो मानव जाति ने भी उसी के दुवारा दुष्ट स्वभाव प्राप्त किया। आज संसार में जन्म लेने वाला प्रत्येक मनुष्य आदम के माध्यम से आया है और इसलिए जन्म से ही दुष्ट स्वभाव का है। आप एक पापी पैदा हुए थे। आपने पापी बनने के लिए पाप नहीं किया। तुम्हारी आज्ञा उल्लंघन ने तुम्हें पापी नहीं बनाया। आदम की आज्ञा उल्लंघन ने तुम्हें पापी बना दिया। शारीरिक जन्म से ही, हम पापी हैं (हमारे भीतर दुष्ट पाप का स्वभाव है) और इसलिए हम पाप करते हैं। आप इसमें फंस चुके हो!
उत्पत्ति 3:7
तब उन दोनों की आंखें खुल गईं, और उन को मालूम हुआ कि वे नंगे हैं; और उन्होंने अंजीर के पत्ते जोड़ जोड़ कर ओढ़ने बना लिये।
यह वचन हमें धर्म-संप्रदाय का परिचय देता है। आदम अंजीर के पत्तों का उपयोग करके एक आत्मिक समस्या को हल करने का प्रयास कर रहा है। आप शारीरिक प्राकृतिक समाधानों से आत्मिक समस्या का समाधान नहीं कर सकते। इसलिए कोई भी धर्म-संप्रदाय काम नहीं करता।
आदम में मनुष्य की यही स्थिति है। चाहें कितने भी अच्छे काम हो, चाहें कितने भी प्राथनाए हो, चाहें कितने भी बलिदान करे। चाहें कितने भी धर्म के काम करे। चाहें कितना भी ख़ुद को अनुशासन में रखे तो भी इस आत्मिक समस्या से छुटकारा नहीं मिल सकता। मैं इसे इस तरह से समझाता हूं, आप एक बिल्ली को ब्रांडेड जींस पहनाये, और ब्रांडेड धूप का चश्मा और ब्रांडेड जूते पहना सकते हैं लेकिन दिन के अंत में, एक बिल्ली तो एक बिल्ली ही होती है। आप बाहरी तौर पर चाहें जो कुछ भी करते हैं, वह उसके स्वभाव को नहीं बदल सकता। मैं चाहता हूं कि आप देखें, कोई भी धर्म आपको बचा नहीं सकता क्योंकि हर धर्म शारारिक, भौतिक समाधानों पर ही ध्यान केंद्रित करता है।
यीशु ने कहा, तुम्हें फिर से जन्म लेना होगा। नया जन्म मानवजाति की आत्मिक समस्या का एकमात्र समाधान है और यह केवल यीशु ही में पाया जाता है। यीशु कोई धर्म स्थापित करने नहीं आया था। वह आपको नया जीवन देने आया था। वह मरे हुओं को जीवित करने आया था।
2 कुरिन्थियों 5:17
सो यदि कोई मसीह में है, तो वह नई सृष्टि है; पुरानी बातें बीत चुकी हैं; देखो, सब कुछ नया हो गया है।
पुराना शैतानी स्वभाव जाता है और पवित्र आत्मा आपको एक नई सृष्टि बनाता है। इस नई सृष्टि में परमेश्वर का जीवन और स्वभाव है। न केवल तुम्हारे पाप क्षमा किए गए हैं, बल्कि तुम्हें एक नई सृष्टि बनाया गया है।
नए जन्म में,
• आपके पाप यीशु के लहू से मिट दिए गए हैं।
• आपका पुराना शैतानी स्वभाव समाप्त हो जाता है और आप अपनी आत्मा में एक नई सृष्टि बन जाते हैं।
• आपकी आत्मा में अनंत जीवन है – परमेश्वर का जीवन और स्वभाव क्योंकि आपका जन्म परमेश्वर के वचन के अविनाशी बीज से हुवा है इसीलिए आप में परमेश्वर का जीवन और स्वभाव है। आपकी आत्मा में परमेश्वर का DNA है।
• आपकी आत्मा पवित्र आत्मा से जुड़ती और उसके साथ एकत्रित हो जाती है। जैसा कार्य पवित्र आत्मा आप में करने लगता है, वह आपके आचरण में प्रभाव डालता और इसे मसीह जैसा बना देता है।
• आप परमेश्वर के साथ असीमित और कभी न खत्म होने वाली संगति कर सकते हैं।
• आपको मसीह में परमेश्वर की धार्मिकता बनाया गया है – परमेश्वर की नज़रों में आप उतने ही धर्मी हैं जितने कि यीशु धर्मी है।
• आपको अंधकार के अधिकार से छुड़ाया गया है। शैतान और उसकी ताकत का आप पर कोई अधिकार नहीं है। शैतान और उसकी सारी ताकत के ऊपर आपको समर्थ और अधिकार दिया गया है।
• आप यीशु मसीह के साथ जिलाए गए हैं और आप उसके साथ मसीह में परमेश्वर के दाहिने हाथ पर बैठाये गए हैं।
• आप परमेश्वर की संतान हैं और सर्वशक्तिमान परमेश्वर आपका पिता है। आप परमेश्वर के परिवार का हिस्सा है। पवित्र आत्मा के द्वारा, आप उसको हे अब्बा, हे पिता कहा कर पुकारते है।
• आपने यीशु का नाम प्राप्त किया है। आपके पास उसके नाम को उपयोग करने का हक और अधिकार है।
• परमेश्वर की संतान के रूप में, जिस क्षण आपका उसके परिवार में जन्म हुए, उसी क्षण आप एक बड़ी मीरास के भागी हो गए।
• आप स्वर्ग के नागरिक बन जाते हो। आपको इस पृथ्वी पर परमेश्वर दुवारा ठहराया गया विशिष्ट कार्यभर करने के लिए भेजा गया है।
इसलिए मैं कहता हूं, नया जन्म आपके जीवन का सबसे बड़ा चमत्कार है। बहुत से विश्वासी इन वास्तविकताओं से अनजान हैं।
आप अपनी इच्छा, मेहनत और बलिदान से नया जन्म कमा नहीं सकते।
आपको नया जन्म सिर्फ इसलिए नहीं मिलता क्योंकि आप यीशु पर विश्वास करने वाले एक परिवार में पैदा हुए हैं।
कोई याजक, कोई पास्टर और न कोई मनुष्य आपको नया जन्म नहीं दे सकता। बपतिस्मा लेने से आपको नया जन्म नहीं मिल सकता। किसी कलीसिया में शामिल हो जाने से आपको नया जन्म नहीं मिलेगा।
यूहन्ना 1:12-13
परन्तु जितनों ने उसे ग्रहण किया, उस ने उन्हें परमेश्वर की सन्तान होने का अधिकार दिया, अर्थात उन्हें जो उसके नाम पर विश्वास रखते हैं; जो न तो लोहू से, और न शरीर की इच्छा से उत्पन्न हुए हैं, न मनुष्य की इच्छा से, परन्तु परमेश्वर की इच्छा से उत्पन्न हुए हैं।
नया जन्म उनके लिए है जो यीशु को ग्रहण करते हैं। ये वे हैं जो परमेश्वर से उत्पन्न हुए हैं। नया जन्म का अर्थ ऊपर (स्वर्ग) से जन्म पाए हुवे। तुम ऊपर से आए हो क्योंकि परमेश्वर तुम्हारा पिता ऊपर है। आपने परमेश्वर से जन्म पाया हैं जो एक आत्मा है। आत्मा केवल आत्मा को जन्म देता है। आप एक स्वर्गीय व्यक्ति हैं। आप एक आत्मिक प्राणी हैं।
नया जन्म एक उपहार है, जो उन लोगों को दिया जाता है जो अपने विश्वास को अपने कार्यों से दूर रखते हैं और इसे यीशु मसीह के व्यक्तित्व और कार्यों पर डालते हैं। केवल उसी में ही आप एक नया स्वभाव प्राप्त करते हैं। पिता सबसे पहले आपको उसका स्वभाव देते हैं। यह स्वभाव तब आपके व्यवहार को प्रभावित करना शुरू कर देता है। धर्म – मज़हब आपके स्वभाव के बजाय आपका व्यवहार को बदलने की कोशिश करता है। आप व्यवहार पर काम करके स्वभाव को नहीं बदल सकते, ब्रांडेड जींस वाली बिल्ली को याद रखें। यही कारण है कि धर्म-मज़हब इतना निराशाजनक है। यह नया स्वभाव – परमेश्वर का स्वभाव हमारे मन और शरीर पर हावी होना चाहिए ताकि हम प्रभावी मसीह जीवन जी सकें और इस मरते हुए संसार में मसीह के प्रेम को प्रदर्शित कर सकें।
प्रभु आपको आशीष करें।
आप मसीह में विजयी हैं।